देश में अब सस्ती बाइक का ज़माना थोड़ा सा पुराना हो गया है। नए आंकड़ों से साफ हो गया है कि लोग अब महंगी और दमदार बाइक की तरफ ज्यादा खिंच रहे हैं। जहां एक समय पर 84 लाख से ज्यादा सस्ती बाइक हर साल बिकती थीं, अब ये संख्या घटकर 56 लाख रह गई है। यानी सस्ती बाइकों की बिक्री में भारी गिरावट आई है, जो देश के टू-व्हीलर मार्केट के लिए बड़ा बदलाव है।
सस्ती बाइक की बिक्री में गिरावट
कुछ साल पहले तक भारत के टू-व्हीलर बाजार में सबसे ज्यादा डिमांड 110cc तक की सस्ती बाइक की होती थी। ये गाड़ियाँ आम आदमी की पहली पसंद होती थीं, खासकर ग्रामीण और छोटे शहरों में। लेकिन अब एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। फाइनेंशियल ईयर 2018 में जहां ऐसी सस्ती बाइकों की बिक्री 84 लाख यूनिट्स थी, वहीं 2024-25 में यह घटकर 56 लाख यूनिट्स रह गई है। इसका मतलब है कि सस्ती बाइकों की बिक्री में लगातार गिरावट आ रही है।
इस बदलाव की एक बड़ी वजह है लोगों की बदलती सोच। अब लोग सिर्फ माइलेज और कम कीमत के पीछे नहीं भाग रहे, बल्कि फीचर्स, स्टाइल और परफॉर्मेंस भी देख रहे हैं। खासकर युवा वर्ग अब प्रीमियम सेगमेंट की ओर आकर्षित हो रहा है, जिसमें 125cc से ऊपर की बाइकों की धूम है।
महंगी मोटरसाइकिलों का बढ़ता क्रेज
जहां एक तरफ सस्ती बाइकों की बिक्री घट रही है, वहीं दूसरी ओर 125cc से ऊपर की महंगी मोटरसाइकिलों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। इस सेगमेंट में Hero, Honda, Bajaj, TVS और Royal Enfield जैसी कंपनियां अपनी पकड़ मजबूत कर चुकी हैं। 2018 में इस कैटेगरी में करीब 49 लाख बाइक बिकी थीं, जो 2024-25 में बढ़कर 77 लाख यूनिट्स तक पहुंच गई हैं।
लोग अब ऐसी बाइक चाहते हैं जो स्टाइलिश दिखे, दमदार चले और फीचर्स से भरपूर हो। इसमें डिस्क ब्रेक, डिजिटल मीटर, स्पोर्टी लुक, स्मार्ट कनेक्टिविटी जैसे फीचर्स ने लोगों को खूब लुभाया है। इसके साथ ही EMI और फाइनेंस की सुविधाओं ने महंगी बाइक को भी आम लोगों की पहुंच में ला दिया है।
ग्रामीण और शहरी सोच में फर्क
एक वक्त था जब गांवों और छोटे कस्बों में Hero Splendor या Bajaj Platina जैसी सस्ती बाइक की सबसे ज्यादा मांग रहती थी। लेकिन अब वहां भी लोग अपनी बाइक से थोड़ा रुतबा दिखाना चाहते हैं। इसलिए अब ग्रामीण इलाकों में भी लोग TVS Apache, Bajaj Pulsar, Honda Shine या Hero Glamour जैसी प्रीमियम बाइक को पसंद कर रहे हैं।
शहरों की बात करें तो वहां Royal Enfield और Yamaha जैसे ब्रांड्स की बाइक को स्टेटस सिंबल के रूप में देखा जाने लगा है। युवा अब महंगी बाइक को फैशन और शोऑफ का हिस्सा मानते हैं।
बाइक कंपनियों के लिए नई चुनौती
इस बदलाव ने बाइक बनाने वाली कंपनियों के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है। अब उन्हें सस्ती बाइक की बिक्री को बढ़ाने के लिए नए तरीके खोजने होंगे, वरना ये सेगमेंट पूरी तरह से पिछड़ सकता है। Hero और Bajaj जैसी कंपनियों के लिए यह खास चिंता का विषय है क्योंकि इनकी पहचान ही सस्ती और माइलेज वाली बाइक रही है।
हालांकि कुछ कंपनियों ने इस ट्रेंड को पकड़ते हुए पहले ही अपने प्रीमियम सेगमेंट में ध्यान देना शुरू कर दिया है। Hero Xtreme, Bajaj N250, TVS Raider और Honda SP 160 जैसी बाइकों को मार्केट में उतारा जा चुका है, जिन्हें अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।
लोगों की पसंद में आ रहा जबरदस्त बदलाव
ये साफ है कि अब भारत के टू-व्हीलर खरीदार केवल बजट नहीं देखता, वह बाइक से पर्सनैलिटी और इमेज भी जोड़ने लगा है। शादी-ब्याह हो या कॉलेज का पहला दिन, अब बाइक सिर्फ सफर का साधन नहीं रही, बल्कि पहचान बन चुकी है।
इसलिए कंपनियों को अब इस सोच के साथ आगे बढ़ना होगा कि उनकी बाइक सिर्फ ‘चलने’ के लिए नहीं, बल्कि ‘दिखने’ और ‘महसूस होने’ के लिए भी हो। यही वजह है कि बाइक में अब रंग-बिरंगे ऑप्शन, एलईडी हेडलाइट, स्पोर्टी फ्यूल टैंक और कनेक्टेड ऐप जैसे फीचर्स भी जुड़ रहे हैं।
भविष्य में कैसा रहेगा बाइक बाजार का हाल
ट्रेंड देखकर यह लग रहा है कि आने वाले समय में 125cc से ऊपर की बाइक का सेगमेंट और मजबूत होगा। खासकर शहरों में युवाओं की बढ़ती आमदनी और बदलती लाइफस्टाइल इसे और बढ़ावा दे रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी धीरे-धीरे यह बदलाव दिखने लगा है।
बाइक कंपनियों को अब अपने प्लान को रीशेप करना होगा। जो कंपनियां सिर्फ सस्ती बाइक के भरोसे बैठी हैं, उन्हें अब टेक्नोलॉजी और स्टाइल में इन्वेस्ट करना पड़ेगा। क्योंकि भारत का नया बाइक खरीददार अब माइलेज से ज्यादा मैड लुक और मॉडर्न फीचर्स पर ध्यान देता है।
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